अगर आपसे पूछा जाए कि आपके पास सबसे सुविधाजनक चीज क्या है तो आपका जवाब क्या होगा? हो सकता है कोई कार कहे, कोई काम वाली बाई का नाम ले, लेकिन आपमें से कुछ का जवाब स्मार्टफोन भी हो सकता है. कम से कम मेरा तो है.
बाहर जाना है तो स्मार्टफोन मदद करेगा, लाखों की डील करनी है तो भी स्मार्टफोन मदद करेगा, घर पर खाना बनाने का मन नहीं है बस स्मार्टफोन हाजिर है आपकी मदद के लिए... ऐसे में सुविधाजनक तो हुआ ये पर वो कहते हैं ना कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह स्मार्टफोन की सिक्योरिटी के बारे में भी आप भली भांती वाकिफ होंगे...
स्मार्टफोन में से हो जाने का ख
हाल ही में मैकेफी कंपनी दुनिया के सबसे पर्सनल स्मार्टफोन का प्लान लेकर आई है, तो दूसरी ओर न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने एक नया तरीका निकाल लिया है जिससे स्मार्टफोन हैक किया जाए. ये हैकिंग का तरीका इस आधार पर काम करता है कि स्मार्टफोन वेब ब्राउजर अन्य वेबसाइट्स से डेटा शेयर करता है.
दोनों ही मामले ऐसे हैं जो आपके स्मार्टफोन से जुड़े हुए हैं. आपने कई जगह ऐसी टिप्स और ट्रिक्स देखी होंगी जिसमें स्मार्टफोन की सिक्योरिटी को लेकर बातें होती हैं, लेकिन क्या सिक्योरिटी सावधानी से जुड़ी हुई नहीं है? स्मार्टफोन में सेव किया हुआ डेटा सेंसिटिव होता है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन अगर स्मार्टफोन में सेव ना किया जाए तो कहां किया जाए? क्या-क्या चीजें हैं जिन्हें सेव करने से बचना चाहिए?
1. प्लेन टेक्स्ट में सेंसिटिव जानकारी...
देखिए स्मार्टफोन में बैंकिंग एप्स आदि का इस्तेमाल काफी आम है. इनको हमेशा लॉगइन रखने की कोई जरूरत नहीं होती. अगर आप पासवर्ड याद नहीं रख सकते हैं तो उन्हें एक जगह रखने से बचें. स्पैम कॉल्स, स्मैप मैसेज, ईमेल, वेब ब्राउजिंग आदि से भी हैकिंग की वारदातों को अंजाम दिया जा सकता है. प्लेन टेक्स्ट में पासवर्ड सेव करके रखना ना सिर्फ हैकिंग के हिसाब से बल्कि आम तौर पर भी आपके लिए घातक साबित हो सकता है. फोन के चोरी होने का किसी परिचित द्वारा ही आपकी फाइनेंशियल जानकारी खतरे में पड़ सकती है.
2. सेंसिटिव कॉन्टैक्ट...
हाल ही कि एक घटना है, मेरी एक सहेली ने अपने फोन की जगह किसी और के फोन पर मैसेंजर इस्तेमाल कर लिया. हुआ कुछ यूं कि अपने आप स्मार्टफोन ने उसके कॉन्टैक्ट सिंक कर लिए और अब उसके लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. जरूरी नहीं कि मैंने अगर अपने फोन में ट्रू-कॉलर जैसा कोई एप इंस्टॉल नहीं कर रखा है तो मेरे कॉन्टैक्स सुरक्षित हैं, लेकिन अगर मेरे किसी कॉन्टैक्ट के पास भी ट्रू-कॉलर है तब भी मेरा नंबर उस एप में लिस्ट होगा. ऐसे कई एप्स हैं जिनके कारण आपकी प्राइवेसी को खतरा हो सकता है. कॉन्टैक्ट सिंकिंग मैसेंजर, ट्रू-कॉलर आदि सभी एप्स करते हैं और इसीलिए कोई सेंसिटिव कॉन्टैक्ट जिसे आप शेयर नहीं करना चाहते हैं उसे फोन में सेव करने से बचें. कॉन्टैक्ट में सिर्फ फोन नंबर ही नहीं, ईमेल, आईपी एड्रेस आदि भी शामिल होते हैं.
3. इंटिमेट फोटो...
न्यूड फोटो सेंड करना या फोन में सेव रखना आपके लिए सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकता है. जेनिफर लॉरेंस से लेकर राखी सावंत तक कई हॉलीवुड और बॉलीवुड सिलेब्रिटीज की फोटोज स्मार्टफोन्स से लीक हुई है. आईफोन हैकिंग के कारण हॉलीवुड सेलिब्रिटीज की न्यूड फोटोज लीक हो गई थीं. भारत में भी गाहे-बगाहे ऐसा कोई मामला सुनने में आ जाता है. चाहें फोन हैकिंग हो या किसी परिचित के हाथ फोन लगने का खतरा इंटिमेट फोटोज फोन में सेव करके रखना खतरनाक साबित हो सकता है.
4. कुकीज...
अब ये कुछ नया है. वैसे तो कुकीज अपने आप सेव हो जाती हैं, लेकिन बेहतर होगा कि हिस्ट्री के साथ इन्हें भी डिलीट कर दिया जाए. ऐसा हालिया रिसर्च के कारण कह सकती हूं. अगर ब्राउजर के जरिए फोन हैकिंग की घटना को अंजाम दिया जा सकता है तो कुकीज के जरिए भी ये काम हो सकता है. वैसे भी अगर हिस्ट्री डिलीट करने के बाद भी कुकीज सेव रहती हैं तो आपने कौन सी साइट देखी इसका पता लगाया जा सकता है.
बाहर जाना है तो स्मार्टफोन मदद करेगा, लाखों की डील करनी है तो भी स्मार्टफोन मदद करेगा, घर पर खाना बनाने का मन नहीं है बस स्मार्टफोन हाजिर है आपकी मदद के लिए... ऐसे में सुविधाजनक तो हुआ ये पर वो कहते हैं ना कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह स्मार्टफोन की सिक्योरिटी के बारे में भी आप भली भांती वाकिफ होंगे...
स्मार्टफोन में से हो जाने का ख
हाल ही में मैकेफी कंपनी दुनिया के सबसे पर्सनल स्मार्टफोन का प्लान लेकर आई है, तो दूसरी ओर न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने एक नया तरीका निकाल लिया है जिससे स्मार्टफोन हैक किया जाए. ये हैकिंग का तरीका इस आधार पर काम करता है कि स्मार्टफोन वेब ब्राउजर अन्य वेबसाइट्स से डेटा शेयर करता है.
दोनों ही मामले ऐसे हैं जो आपके स्मार्टफोन से जुड़े हुए हैं. आपने कई जगह ऐसी टिप्स और ट्रिक्स देखी होंगी जिसमें स्मार्टफोन की सिक्योरिटी को लेकर बातें होती हैं, लेकिन क्या सिक्योरिटी सावधानी से जुड़ी हुई नहीं है? स्मार्टफोन में सेव किया हुआ डेटा सेंसिटिव होता है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन अगर स्मार्टफोन में सेव ना किया जाए तो कहां किया जाए? क्या-क्या चीजें हैं जिन्हें सेव करने से बचना चाहिए?
1. प्लेन टेक्स्ट में सेंसिटिव जानकारी...
देखिए स्मार्टफोन में बैंकिंग एप्स आदि का इस्तेमाल काफी आम है. इनको हमेशा लॉगइन रखने की कोई जरूरत नहीं होती. अगर आप पासवर्ड याद नहीं रख सकते हैं तो उन्हें एक जगह रखने से बचें. स्पैम कॉल्स, स्मैप मैसेज, ईमेल, वेब ब्राउजिंग आदि से भी हैकिंग की वारदातों को अंजाम दिया जा सकता है. प्लेन टेक्स्ट में पासवर्ड सेव करके रखना ना सिर्फ हैकिंग के हिसाब से बल्कि आम तौर पर भी आपके लिए घातक साबित हो सकता है. फोन के चोरी होने का किसी परिचित द्वारा ही आपकी फाइनेंशियल जानकारी खतरे में पड़ सकती है.
2. सेंसिटिव कॉन्टैक्ट...
हाल ही कि एक घटना है, मेरी एक सहेली ने अपने फोन की जगह किसी और के फोन पर मैसेंजर इस्तेमाल कर लिया. हुआ कुछ यूं कि अपने आप स्मार्टफोन ने उसके कॉन्टैक्ट सिंक कर लिए और अब उसके लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. जरूरी नहीं कि मैंने अगर अपने फोन में ट्रू-कॉलर जैसा कोई एप इंस्टॉल नहीं कर रखा है तो मेरे कॉन्टैक्स सुरक्षित हैं, लेकिन अगर मेरे किसी कॉन्टैक्ट के पास भी ट्रू-कॉलर है तब भी मेरा नंबर उस एप में लिस्ट होगा. ऐसे कई एप्स हैं जिनके कारण आपकी प्राइवेसी को खतरा हो सकता है. कॉन्टैक्ट सिंकिंग मैसेंजर, ट्रू-कॉलर आदि सभी एप्स करते हैं और इसीलिए कोई सेंसिटिव कॉन्टैक्ट जिसे आप शेयर नहीं करना चाहते हैं उसे फोन में सेव करने से बचें. कॉन्टैक्ट में सिर्फ फोन नंबर ही नहीं, ईमेल, आईपी एड्रेस आदि भी शामिल होते हैं.
3. इंटिमेट फोटो...
न्यूड फोटो सेंड करना या फोन में सेव रखना आपके लिए सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकता है. जेनिफर लॉरेंस से लेकर राखी सावंत तक कई हॉलीवुड और बॉलीवुड सिलेब्रिटीज की फोटोज स्मार्टफोन्स से लीक हुई है. आईफोन हैकिंग के कारण हॉलीवुड सेलिब्रिटीज की न्यूड फोटोज लीक हो गई थीं. भारत में भी गाहे-बगाहे ऐसा कोई मामला सुनने में आ जाता है. चाहें फोन हैकिंग हो या किसी परिचित के हाथ फोन लगने का खतरा इंटिमेट फोटोज फोन में सेव करके रखना खतरनाक साबित हो सकता है.
4. कुकीज...
अब ये कुछ नया है. वैसे तो कुकीज अपने आप सेव हो जाती हैं, लेकिन बेहतर होगा कि हिस्ट्री के साथ इन्हें भी डिलीट कर दिया जाए. ऐसा हालिया रिसर्च के कारण कह सकती हूं. अगर ब्राउजर के जरिए फोन हैकिंग की घटना को अंजाम दिया जा सकता है तो कुकीज के जरिए भी ये काम हो सकता है. वैसे भी अगर हिस्ट्री डिलीट करने के बाद भी कुकीज सेव रहती हैं तो आपने कौन सी साइट देखी इसका पता लगाया जा सकता है.
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